Danke Ki Chot Song Lyrics in Hindi-Ginny Diwan
जिद है तो हल मिले यहां
जो ना सोया वही देखे सुबह
हर सांस को तू जरा हाथ देना
यूं हिम्मत की बढ़ादे आंधियां
हर नींद को तू आवाज देके
भर आंखों में जज्बा
डंके की चोट पे कहना है अपने इरादों पे रहना
तेरे फैसले सोने से खरे सोने का है हौसला
मन कहे झुकना नहीं तू कभी रुकना नहीं
मुश्किलें खड़ी जो सामने डरेगी कभी भी सुनना नहीं
आंधी से डरेना है अकेले तू बड़ेजा
कर इंतजार बेईमानी को हराना है
चलते चलते जा आंधी हो या फिर तूफान
अभी आई तेरी बारी तो दिखा दे उनको खेल वो
पूरा इंतजाम सोने से है बढ़कर दाम
तेरा गिरते पड़ते जैसे भी पूरा करेंगे गेम वो
हर सांस को तू जरा आग दे ना यूं हिम्मत की बढ़ा दे आंधियां
हर नींद को तू आवाज देके भर आंखों में जज्बा
डंके की चोट पे कहना है अपने इरादों पे रहना है
तेरे फैसले सोने से खरे सोने का है हौसला
डंके की चोट कहना है के इरादों में रहना है
तेरे फैसले सोने से खरे सोने का है हौसला
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