Ghar Se Ham Nikale The Maszid Ki Taraf Lyrics in Hindi

Ghar Se Ham Nikale The Maszid Ki Taraf Lyrics in Hindi

घर से हम निकले थे मस्जिद की तरफ़ जाने को ,
रिन्द बहका के हमे ले गये मैखाने को ,

ये ज़बां चलती है, नासेह की छुरी चलती है,
जेबा करने मुझे आये है के समझाने को ,

आज कुछ और भी पी लूं के सुना है मैनें,
आते है हज़रत-ऐ-वाइज़ मेरे समझाने को,

हट गई आरिज़-ऐ-रोशन से तुम्हारे जो नक़ाब,
रात भर शम्मा से नफरत रही दिवाने को ।।


Buy Banarasi Saree

Whatsapp Now



No comments: