Meri Jindagi Kisi Aur Ki Mere (Ghazal) Lyrics in Hindi

Meri Jindagi Kisi Aur Ki Mere (Ghazal) Lyrics in Hindi


मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरा अक्स है सर-ए-आईना, पस-ए-आइना कोई और है

(सर-ए-आईना = आईने के सामने), (अक्स = प्रतिबिम्ब, परछाई), (पस-ए-आइना = आईने के पीछे)

मेरी धड़कनों में है चाप सी, ये जुदाई भी है मिलाप सी
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता, मेरे साथ क्या कोई और है

(चाप = तेज़ आवाज़)

न गए दिनों को ख़बर मेरी, न शरीक-ए-हाल नज़र तेरी
तेरे देस में, मेरे भेस में, कोई और था कोई और है


वो मेरी तरफ़ निगराँ रहे, मेरा ध्यान जाने कहाँ रहे
मेरी आँख में कई सूरतें, मुझे चाहता कोई और है

न मकाम का, न पड़ाव का, ये हयात नाम बहाव का
मेरी आरज़ू न पुकार तू, मेरा रास्ता कोई और है



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